Manna Dey, Laxmikant Pyarelal, Shailendra Singh and अनवर हुसैन - Gulshan Gulshan Basti Basti
कितना सूंदर ये जीवन संसार है
धन के बिना मगर जीना बेगर है
ओ धन राजा सामने आजा
कहा छुपा है प्यारे
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
सुने ग़म के मारे
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
सुने ग़म के मारे
ओ धन राजा सामने आजा
ओ धन राजा सामने आजा
ओ धन राजा सामने आजा
कहा छुपा है प्यारे
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
सुने ग़म के मारे
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
टूट गयी किस्मत की तिजोरी
टूट गयी किस्मत की तिजोरी
चोरो के घर हो गयी चोरी
चोरो के घर हो गयी चोरी
तूने ऐसा हल किया है
हम सब को कंगल किया है
तूने ऐसा हल किया है
हम सब को कंगल किया है
ओ छूट गया घर बार हमारा
बन गए हम बंजारे
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
सुने ग़म के मारे
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
ओ तूने ऐसी चोट लगाई
तूने ऐसी चोट लगाई
ो टूट गया दिल राम दुहाई
टूट गया दिल राम दुहाई
खाना पीना भूल गए हम
मरना जीना भूल गए हम
खाना पीना भूल गए हम
मरना जीना भूल गए हम
लो जी बनके अब तो हम
फिरते है दवारे दवारे
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
सुने ग़म के मारे
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
ये तन मन सब तेरे अर्पण
ये तन मन सब तेरे अर्पण
दे अपने भगतो को दर्शन
दे अपने भगतो को दर्शन
बोल कहा है ओ हमजोली
भरदे यारो की झोली
खेलना हमसे आँख मिचौली
खेलना हमसे आँख मिचौली
ओ खेलना हमसे आँख मिचौली
तू जीता हम हारे
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
सुने ग़म के मारे
ो धन राजा सामने आजा
ो धन राजा सामने आजा
ो धन राजा सामने आजा
कहा छुपा है प्यारे
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
सुने ग़म के मारे
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती
गुलशन गुलशन बस्ती बस्ती.
Written by:
Laxmikant Pyarelal, ANANDSHI BAKSHI, ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA
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