Mohammed Rafi, Asha Bhosle and Laxmikant Pyarelal - Mausam Pe Jawani Hai
मौसम पे जवानी है
मौसम पे जवानी है
मई प्रेम का राजा हूँ
तू रूप की रानी है
ये झूठ की कहानी है हाय
ये झूठ की कहानी है
इस देश में अब कोई राजा
है न रानी है
मौसम पे जवानी है
नहले पर दहला है
आगे पीछे पहरा
और बिच में लैला है
नहले पर दहला है
पागल न इसे समझो
ये मजनु छेला है
घोड़े है हठी है एक
दूल्हा और एक दुल्हन
और बाकि सब बाराती है
घोड़े है हठी है एक
दूल्हा स एक दुल्हन
और बाकि सब बाराती है बाराती है
किसके बाराती है बदमाश
सब तेरे साथी तेरे जैसे है हाय
मौसम पे जवानी है
तू साथ नहीं होती
तू साथ नहीं होती
कश्मीर की ये सुबह
न इतनी हसि होती
जो तू साथ नहीं होता
कश्मीर का ये मौसम
कुछ और हसि होता
रब झूठ न बुलाए
रात में जब सोया सपने में
तुम आये तुम आये
सपने में हम आये
सपने में हम आये
सच तुमने कहा है
ये रब झूठ न बुलवाए
हाय रब झूठ न बुलवाए
वो क्यों इतराती है
मुझको तो हसीनो के
कितने खत आते है
ले वो क्यों इतराती है
जो खत खुद लिख लिख
के लोगो को दिखाते है
आ मांग तेरी भर दू
आ मांग तेरी भर दू
जा ले आ वकील कोई
दिल तेरे नाम कर दू
देव का दलीलो का
देव का दलीलो का
अब प्यार मोहब्बत में
क्या काम वकीलों का
अब प्यार मोहब्बत में
क्या काम वकीलों का
Written by:
Laxmikant Pyarelal, ANANDSHI BAKSHI, ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find