Mithoon, Sukhwinder Singh, Abhishek Nailwal and Karan Malhotra - Parinda
तू सेहमेगा हाँ बिखरेगा
फिर सिमटेगा तब निखरेगा
तू वो परिंदा जो फिर उड़ेगा
आसमान है तेरा
बांध ले हौंसला
चल कदम तो बढ़ा
है आखिरी सामना
तेरे जिस्म का लहू
बहना तो बाकी है
मर भी गए तो क्या हुआ
मिटना तो बाकी है
तू सेहमेगा हाँ बिखरेगा
फिर सिमटेगा तब निखरेगा
तू वो परिंदा जो फिर उड़ेगा
जो फिर उड़ेगा
तू फिर उड़ेगा
तू फिर उड़ेगा
बंदेया बंदेया
जो इस राह गरजते हैं
नहीं जीते वो पहेली में
जिस तन प्रीत मरण मिटने की
वो सिर को रखे हथेली में
तेरा जिस्म समंदर पी आया
तू पाताल के अंदर जी आया
तेरा नाम कलंदर कहलाया
के तू जी आया तू जी आया
तेरा रोष बवंडर सा छाया
तेरा हाथ पैगंबर का साया
तेरा नाम कलंदर कहलाया
के तू जी आया तू जी आया
तेरे जिस्म का लहू
बहना तो बाकी है
मर भी गए तो क्या हुआ
मिटना तो बाकी है
मिटना तो बाकी है
तू सेहमेगा तू सेहमेगा
हाँ बिखरेगा तू बिखरेगा
फिर सिमटेगा फिर सिमटेगा
तब निखरेगा तब निखरेगा
तू वो परिंदा जो फिर उड़ेगा
तू फिर उड़ेगा जो फिर उड़ेगा
तू फिर उड़ेगा जो फिर उड़ेगा
तू फिर उड़ेगा तू फिर उड़ेगा
Written by:
Karan Malhotra
Publisher:
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