Lata Mangeshkar, Kishore Kumar and Laxmikant Pyarelal - Ghar Se Chali Thi Main
रमा हो रमा हो रामा
घर से चली थी मैं एक दिन शाम को
घर से चली थी मैं एक दिन शाम को
जाने किस काम को भूल गयी काम को
रस्ते में तू मिल गया
आँख लड़ी और दिल आया
रस्ते में तू मिल गया
आँख लड़ी और दिल आया
ओए ओए ओए
मुझसे अकेले ये कब हुआ है
मुझसे अकेले ये कब हुआ है
दोनों तरफ से ये सब हुआ है
सबकी तो छोड़ो अब क्या हुआ है
सबकी तो छोड़ो अब क्या हुआ है
गुन्हेगार सरक गया
कंगन कनक गया
आगे आगे प्यार को बैरन बहार को
देखा ये गुल खिल गया
आँख लड़ी और ये दिल गया
देखा ये गुल खिल गया
आँख लड़ी और ये दिल गया
मुझको बना कर अपना
दीवाना दीवाना दीवाना
मुझको बनकर कर अपना
दीवाना दीवाना है
अच्छा बनाया तूने बहाना
अचा बनाया तूने बहाना
अब बहाने इस बहाने पास न आ जाना
अब बहाने इस बहाने पास न आ जाना
छूने से तेरे सुण ओह साजन मेरे
रूप रंग मेरा अंग अंग मेरा
तेरी कसम खिल गया
आँख लड़ी और दिल गया
तेरी कसम खिल गया
चलती है तू तो बजते है गुनगुरु
रखती है तू तो चलते है जादू
रखती है तू तो चलते है जादू
तेरा क्या है ये सब ओह बाबू
न है दोष तेरा न दोष मेरा
दो जवानियों के पहले पहले प्यार से
सारा जहा हिल गया
आँख लड़ी और दिल गया
सारा जहा हिल गया
आँख लड़ी और दिल गया
घर से चली थी मैं एक दिन शाम को
जाने किस काम को भूल गयी काम को
रस्ते में तू मिल गया
आँख लड़ी और दिल आया
रस्ते में तू मिल गया
आँख लड़ी और दिल आया
रामा हो रामा हो रामा
रामा हो रामा हो रामा
रामा ओह रामा
Written by:
Laxmikant Pyarelal, ANANDSHI BAKSHI, ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA
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