Asha Bhosle and Laxmikant Pyarelal - Marne Ka Gham Nahin Hai

मरने का ग़म नहीं है
मरने तक ग़म नहीं है
जीता है प्यार मरके आशा के बंद होते
दीदार यार करके आशा के बंद होते
दीदार यार करके हो
मरने का ग़म नहीं है
मरने तक ग़म नहीं है
किस्मत जो साथ देती उसके कदम पर मरते
किस्मत जो साथ देती उसके कदम पर मरते
उसके कदम पर मरके क्या क्या न नाज़ करते
ले जाते उसके ज़र्रे आँखों में अपनी भर के
आशा के बंद होते दीदार यार करके
हो मरने का ग़म नहीं है

मेरी तरफ से बढ़कर लाखो बलए लेना
मेरी तरफ से बढ़कर लाखो बलए लेना
मुँह देखना तू उसका सौ सौ दूवये देना
खवाबो की वाइड दुल्हनिया
जब आये साज़ सवार के
आशा के बंद होते दीदार यार करके
हो मरने का ग़म नहीं है

हम नरम नरम कालिया
गुलशन से चुन के लिए
हम नरम नरम कालिया
गुलशन से चुन के लिए
और साडी कलिया तेरी राहों में हम बिछाए
और खुद चमन से लौटे
आँचल में कांटे भरके
आशा के बंद होते दीदार यार करके
हो मरने का ग़म नहीं है

ये प्यार की कहानी पूरी कभी न होगी
ये प्यार की कहानी रखेगी दूर तुझसे
हमको ये जिंदगानी
हमको ये जिंदगानी
पहुंचेंगे पास तेरे हम जान से गुजर के
पहुंचेंगे पास तेरे हम जान से गुजर के

Written by:
KAIFI AZMI, LAXMIKANT PYARELAL

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Asha Bhosle and Laxmikant Pyarelal

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