Ahmed Hussain and मोहम्मद हुसैन - Main Tere Pyaar
मैं तेरे प्यार का मारा हुआ हूँ
मैं तेरे प्यार का मारा हुआ हूँ
सिकंदर हूँ मगर हरा हुआ हूँ
सिकंदर हूँ मगर हरा हुआ हूँ
मैं तेरे प्यार का मारा हुआ हूँ
नही अब मंज़िलो की चाहा मुझको
नही अब मंज़िलो की चाहा मुझको
तेरी गलिओ का बंजारा हुआ हूँ
तेरी गलिओ का बंजारा हुआ हूँ
सिकंदर हूँ मगर हरा हुआ हूँ
मैं तेरे प्यार का मारा हुआ हूँ
ज़माने भर के घूम आँखों में भर के
ज़माने भर के घूम आँखों में भर के
मैं उमीदों का उजियारा हुआ हूँ
मैं उमीदों का उजियारा हुआ हूँ
सिकंदर हूँ मगर हरा हुआ हूँ
मैं तेरे प्यार का मारा हुआ हूँ
फूलो का रोशनी के पंख लेकर
फूलो का रोशनी के पंख लेकर
नयी दुनिया का हर कला हुआ हूँ
नयी दुनिया का हर कला हुआ हूँ
सिकंदर हूँ मगर हरा हुआ हूँ
मैं तेरे प्यार का मारा हुआ हूँ
मेरे पहलू में चारा कर मेरा
मेरे पहलू में चारा कर मेरा
ख़ुदाया तुमें बिचारा हुआ
ख़ुदाया तुमें बिचारा हुआ
सिकंदर हूँ मगर हरा हुआ हूँ
मैं तेरे प्यार का मारा हुआ हूँ.
Written by:
DR.HARI OM, UST. AHMED HUSSAIN, UST. MOHAMMED HUSSAIN
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find