Asha Bhosle, R.D. Burman and Amit Kumar - Umar Sari Humari
उम्र साडी हमारी तुम्हे सौप दी
हो उम्र साडी हमारी तुम्हे सौप दी
तुम हमें सान्ग भी एक दे न सके
उम्र साडी हमारी तुम्हे सौप दी
तुम हमें सान्ग भी एक दे न सके
ज़िन्दगी भेंट कर दी उमंगों भरी
ज़िन्दगी भेंट कर दी उमंगों भरी
बाहों में
हो बहो में हमें तुम ले न सके
उम्र साडी हमारी तुम्हे सौप दी
तुम हमें सान्ग भी एक दे न सके
हाय दे न सके
हमने सोचा था समझोगे
तुम भी कभी
कुछ हमारे भी दिल की परसहनिया
पर न जाना कभी तूने होती हैं क्या
मुस्कुराते दिलों की ये वीरानियाँ
मुस्कुराते दिलों की ये वीरानियाँ
प्यास सगर समझ कर तुम्हे दी मगर
होठ भर पानी तुम हमें दे न सके
उम्र साडी हमारी तुम्हे सौप दी
तुम हमें सान्ग भी एक दे न सके
हाय दे न सके
अगर इशारा तुम्हारा पते कभी
तो ये कदमो में आँखे
बिछा देते हम
आपको दिल को आबाद कर देते हैं
अपने सपनो की महफ़िल सजा देते हम
अपने सपनो की महफ़िल सजा देते हम
हमने चाहा तुम्हारा सहारा मगर
आसरा तुम हमें हए दे न सके
उम्र साडी हमारी तुम्हे सौप दी
तुम हमें सान्ग भी एक दे न सके
हाय दे न सके
हमको मालूम है एक मोहब्बत भरा
दिल तुम्हारे भी सीने में रोता रहे
पर तुम्हे क्या पता हम तो बेदिल हुए
जान हैं जिस्म जिससे ये जीता रहे
जान हैं जिस्म जिससे ये जीता रहे
एक ख़ुशी के लिए हम लुटे इस तरह
फिर ख़ुशी कोई और ले न सके
ज़िन्दगी भेंट कर दी उमंगों भरी
ज़िन्दगी भेंट कर दी उमंगों भरी
बाहों में
हो बहो में हमें तुम ले न सके
उम्र साडी हमारी तुम्हे सौप दी
तुम हमें सान्ग भी एक दे न सके
हाय दे न सके
Written by:
R D Burman, Vishweshawar Sharma
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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