KK - Paake Tujhe
वो कादिर थे ये कादिर हे
यार वो जहा से प्यारा था
सर के बल चल घर पहुंचे थे
इश्क ने जब पुकारा था
वो तेरे संग संग जो बीते पल पल
वो कल भी याद आएंगे
पाके तुझे पा ना सके
नगमे वफ़ा गा ना सके
इश्क़ ने यूउन नाशाद किया
इश्क़ ने क्यूँ बर्बाद किया
हो हो ओ ओ….. पल याद आएँगे
जो बिता कल भूल नही पाएँगे
देखो कहा पे किस्मत यह लाई
डसने लगा है दर्दे जुदाई
हर पल अंधेरा रहना सके हम
खुद के सिटन खुद से ना सके हम
हो हो ओ ओ….. पल याद आएँगे
जो बिता कल भूल नही पाएँगे
पाके तुझे पा ना सके
नगमे वफ़ा गा ना सके
इश्क़ ने यूउन नाशाद किया
इश्क़ ने क्यूँ बर्बाद किया
हो हो ओ ओ….. पल याद आएँगे
जो बिता कल भूल नही पाएँगे
Written by:
Javed Akhtar
Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL)
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