Aditya Billboard - aahista.
दिल के हर हिस्से में तू ही, तू ही है
ये बारिशें तुझे बुलाती हैं, आती हैं
कभी-कभी ये कहानियाँ लगे हीर-राँझे सी
गुज़ारिशें भी क्या करूँ, दुआ में शामिल है
समझाया तुझे, दिल तू सही जगह
तू सपना या सच है अगर सुन सके
आहिस्ता आहिस्ता
मेरे पास आना
ये दिल के जो हिस्से हुए हैं
तू लौटाना
आहिस्ता आहिस्ता
मेरे दिल में आना
ये मुमक़िन हो सके तो ख़ुदको साथ
ले आना
दबे दबे तेरे पाओं को जो सुन पाऊँ ना
परछायीं जैसी धूप की तू ही
तू आ
तुम पे क्यूँ दिल आ गया
तेरी जैसी है एक ही
यही बताना
समझाया तुझे, दिल तू सही जगह
तू सपना या सच है अगर सुन सके
आहिस्ता आहिस्ता
मेरे पास आना
ये दिल के जो हिस्से हुए हैं
तू लौटाना
आहिस्ता आहिस्ता
मेरे दिल में आना
ये मुमक़िन हो सके तो ख़ुदको साथ
ले आना
Written by:
aditya billboard
Publisher:
Lyrics © O/B/O DistroKid
Lyrics powered by Lyric Find