Sohail Sen and Tarannum Malik Jain - Jao Na

जाओ ना जाओ ना

तुम जो हो तो कह रही हे हवा
तुम जो हो तो रेशमी सी है फ़िज़ा
जाओ ना जाओ ना
जाओ ना जाओ ना
तुम जो हो तो कह रही हे हवा
तुम जो हो तो रेशमी सी है फ़िज़ा
जाओ ना जाओ ना
जाओ ना जाओ ना

फिर ना यह रात आएगी
फिर ना यह रुत छाएगी
फिर ना यूँ मिलना होगा
फिर ना जाने क्या होगा
जाओ ना जाओ ना
जाओ ना जाओ ना

यह रात थोड़ी तो ढालने दो
धीरे धीरे इसको पिघलने दो
आयेज है दो राह माना मगर
थोड़ी दूर तो साथ चलने दो
यह रात थोड़ी तो ढालने दो
धीरे धीरे इसको पिघलने दो
आयेज है दो राह माना मगर
थोड़ी दूर तो साथ चलने दो
खोने वाली हो कल तुम
रुक सको जो दो पल तुम
कुछ तुम्हारी तस्वीरें
रख लून अपनी आँखों में
जाओ ना जाओ ना
जाओ ना जाओ ना

Written by:
JAVED AKHTAR, SOHAIL SEN

Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC

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Sohail Sen and Tarannum Malik Jain

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