Vishal Mishra, Hansika Pareek, Hina Khan and Shaheer Sheikh - Runjhun
रुनझुन रुनझुन रुनझुन
रुनझुन रुनझुन रुनझुन
रुनझुन रुनझुन रुनझुन
बरसातें आयी हैं
लगता हैं बादल ने
चूड़ी खनकाई हैं
तेज़ हवा और तेरा आँचल
गहरी सी आँखों में काजल
उफ़ जान पे बन आयी हैं
रुनझुन रुनझुन रुनझुन
बरसातें आयी हैं
लगता हैं बादल ने
चूड़ी खनकाई हैं
रुनझुन रुनझुन रुनझुन
रुनझुन रुनझुन रुनझुन
बूँदें यूं तुमपे गिरी
अम्बर से बरसें ख्वाब हो जैसे
होंठों से होंठ मिले दिल
तरसे तरसे बात हो कैसे
हमम बूदें यूं तुमपे गिरी
अम्बर से बरसें ख्वाब हो जैसे
होंठों से होंठ मिले दिल
तरसे तरसे बात हो कैसे
पायलों का कहा
आज मैं मान लूँ
पास आओ ज़रा
तुमको मैं प्यार दूँ
हमम मुझको हो जाने दो पागल
छू लेने दो अपना आँचल
उफ़ जान पे बन आयी हैं
रुनझुन रुनझुन रुनझुन
बरसातें आयी हैं
लगता हैं बादल ने
चूड़ी खनकाई हैं
तुम ना होते तो ये बारिश
बारिश ना कहलाती
बूँदें सारी आँखें मूंदें
बादल में रह जाती
तुम ना होते तो ये बारिश
बारिश ना कहलाती
बूँदें सारी आँखें मूंदें
बादल में रह जाती
Written by:
Rashmi Virag
Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL)
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