Lata Mangeshkar - Dil Ki Is Dehleez Tak

दिल की इस दहलीज तक
जो मेहमान बनके आये
जो मेहमान बनके आये
शाम की तन्हाईयो में
उनकी उल्फ़त के यह साये
प्यार का तूफान लाये
दिल की इस दहलीज तक
जो मेहमान बनके आये
जो मेहमान बनके आये

चाँद यादो का अब्ब सहारा है
प्यार का दर्द भी घवरा है
साथ किसी के जो बीते थे
वोह लम्हे थे ख्वाबो के
खुशनुमा सपना था कोई
नींद में हम मुस्कुराये
हम मुस्कुराये
शाम की तन्हाईयो में
उनकी उल्फ़त के यह साये
प्यार का तूफान लाये

दिल की इस दहलीज तक
जो मेहमान बनके आये
जो मेहमान बनके आये

रात गुमसुम है आसमान चुप है
दर्द में डूबी कहकशा चुप है
रात का रही चाँद अकेला
अपने सफ़र में है तनहा
रात के ख्वाबो में शायद
कोई सुबह मुस्कुराये
सुबह मुस्कुराये
शाम की तन्हाईयो में
उनकी उल्फ़त के यह साये
प्यार का तूफान लाये
दिल की इस दहलीज तक
जो मेहमान बनके आये
जो मेहमान बनके आये
जो मेहमान बनके आये
जो मेहमान बनके आये

Written by:
DEV KOHLI, VIJAY SINGH

Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group

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Lata Mangeshkar

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