Ustad Ali Ahmed Hussain and मोहम्मद हुसैन - Guzar Gaya Hai Zamana

गुज़र गया है ज़माना
गले लगाए हुए
गुज़र गया है ज़माना
गले लगाए हुए
मजिदे साक़ि मुद्दत
हुई उठाए हुए
गुज़र गया है ज़माना

कफ़न हटावना लीलाह
मेरे चेहरे से
कफ़न हटावना
कफ़न हटावना लीलाह
मेरे चेहरे से
घुनाहगार रहने
दो मुँह च्छूपाए हुए
घुनाहगार रहने
दो मुँह च्छूपाए हुए
मजिदे साक़ि मुद्दत
हुई उठाए हुए
गुज़र गया है ज़माना

किसी ने ये भी ना सोचा
हुमारे दफ़न के वक़्त
किसी ने ये भी ना सोचा
हुमारे दफ़न के वक़्त
के इन पे खाक ना डालो
ये हैं नहाए हुए
के इन पे खाक ना डालो
ये हैं नहाए हुए
मजिदे साक़ि मुद्दत
हुई उठाए हुए
गुज़र गया है ज़माना

किसी रहीस की महफ़िल का
ज़िकरा क्या हैं अमीर
किसी रहीस की महफ़िल का
ज़िकरा क्या हैं अमीर
खुदा के घर भी ना
जाएगे बिन बुलाए हुए
खुदा के घर भी ना
जाएगे बिन बुलाए हुए
मजिदे साक़ि
मुद्दत हुई उठाए हुए
गुज़र गया है ज़माना
गले लगाए हुए
गुज़र गया है ज़माना

Written by:
AHMED HUSSAIN, AMEER MINAI, MOHAMMED HUSSAIN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find

Ustad Ali Ahmed Hussain and मोहम्मद हुसैन

View Profile