Ustad Ali Ahmed Hussain and मोहम्मद हुसैन - Dekh Kar Door Se
देख कर डोर से एक
टिशनाई दीदार मुझे
देख कर डोर से एक
टिशनाई दीदार मुझे
हश्र में करने लगी
उसकी नज़र प्यार मुझे
हश्र में करने लगी
उसकी नज़र प्यार मुझे
देख कर डोर से
मेरे दिलबर जो गुज़रती
है दीया करते है
मेरे दिलबर जो गुज़रती है
मेरे दिलबर जो गुज़रती
है दीया करते है
तार ाश्क़ो के खबर
उसकी लगातार मुझे
तार ाश्क़ो के खबर
उसकी लगातार मुझे
हश्र में करने लगी
उसकी नज़र प्यार मुझे
देख कर डोर से
करने लगता है मुझे
देखते ही मुझसे गुरेज़
करने लगता है मुझे
देखते ही मुझसे गुरेज़
क्या समजता है तेरा
साया ही दीवार है
क्या समजता है तेरा
साया ही दीवार है
हश्र में करने लगी
उसकी नज़र प्यार मुझे
देख कर डोर से
साथ हिचकी के मेरे
बाद ये कहना उनको
साथ हिचकी के मेरे
बाद ये कहना उनको
आ गया याद जागी है
जिगर पुकार मुझे
आ गया याद जागी है
जिगर पुकार मुझे
हश्र में करने लगी
उसकी नज़र प्यार मुझे
देख कर डोर से एक
टिशनाई दीदार मुझे
देख कर डोर से
Written by:
AHMED HUSSAIN, MOHAMMAD HUSSAIN, MOULAVI ISMAIL ZABEEH
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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