ईला अरुण and Alka Yagnik - गुपचुप गुपचुप

गुपचुप गुपचुप गुपचुप
लाम्बा लाम्बा घूंघट काहे को डाला
गुपचुप गुपचुप गुपचुप
लाम्बा लाम्बा घूंघट काहे को डाला
क्या कहीं कर आई तू मुंह काला रे
गुपचुप गुपचुप गुपचुप
कानों में बतियाँ करती हैं सखियाँ
रात किया रे तूने कैसा घोटाला
गुपचुप गुपचुप गुपचुप
छत पे सोया था बहनोई
छत पे सोया था बहनोई
मैं तन्ने समझ कर सो गयी
मुझको राणा जी माफ़ करना
ग़लती म्हारे से हो गयी
मुझको राणा जी माफ़ करना
ग़लती म्हारे से हो गयी

गुपचुप गुपचुप गुपचुप
छत पे सोया था बहनोई
छत पे सोया था बहनोई
मैं तन्ने समझ कर सो गयी
मुझको राणा जी माफ़ करना
ग़लती म्हारे से हो गयी
मुझको राणा जी माफ़ करना
ग़लती म्हारे से हो गयी

गुपचुप गुपचुप गुपचुप
वो बहनोई था बहनोई ठहरा
क्यों न पहचाना तूने
पिया जी का चेहरा
गुपचुप गुपचुप गुपचुप
बहनोई ने ओढ़ रखी थी चादर
रखी थी चादर रखी थी चादर
मैं समझी पिया का है
बिस्तर पिया का है बिस्तर
आधे बिस्तर पे वो सोया
था आधे पे मैं सो गई
मुझको राणा जी माफ़ करना
ग़लती म्हारे से हो गयी
मुझको राणा जी माफ़ करना
ग़लती म्हारे से हो गयी

गुपचुप गुपचुप गुपचुप
दीपक अटारी पे जलाता तो होगा
गुपचुप गुपचुप गुपचुप
दीपक अटारी पे जलाता तो होगा
छिटकी तो होगी छत पे चाँदनीय
अपने पराये नज़र न आया
भूल कैसे हो गई तुझसे दुलरिया
गुपचुप गुपचुप गुपचुप
भूल हुई मुझसे तो कैसा अचम्भा तो कैसा अचम्भा तो कैसा अचम्भा
बहनोई था पीया जितना लम्बा पीया जितना लम्बा पीया जितना लम्बा
चूर थी मैं दिन भर की थकान से
पड़ते ही बिस्तर पे सो गई
मुझको राणा जी माफ़ करना
ग़लती म्हारे से हो गयी
मुझको राणा जी माफ़ करना
ग़लती म्हारे से हो गयी
गुपचुप गुपचुप गुपचुप
सोच रहे थे हम सब जैसे
गुपचुप गुपचुप गुपचुप
गुपचुप गुपचुप गुपचुप
तूने किया नहीं कुछ वैसा
गुपचुप गुपचुप गुपचुप
गुपचुप गुपचुप गुपचुप
मुखड़े पे तेरे सच का उजाला
रात किया नहीं मुंह तूने काला
गुपचुप गुपचुप गुपचुप
गुपचुप गुपचुप गुपचुप
हाय हाय गुपचुप गुपचुप गुपचुप गुपचुप गुपचुप गुपचुप गुपचुप गुपचुप गुपचुप

Written by:
Indeevar

Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC

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ईला अरुण and Alka Yagnik

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