राजकुमारी and Mohammed Rafi - Aao Chale Manwa

आओ चलें मनवा मोरे
आओ चलें मनवा मोरे दूर कही रे
दूर कही रे हन हा दूर कही रे
आओ चलें मनवा मोरे

सागर के छ्होर कही
हन हन अंबार के और
सागर के छ्होर कही
हन हन अंबार के और
क्षितिज बने नीड जहाँ
बादल झुके घोर
क्षितिज बने नीड जहाँ
बादल झुके घोर
मोरे अंगना के डीप बनी
मोरे अंगना के डीप बनी
आओ चलें मनवा मोरे

तारों की पाँति हुई रे
कल्पना के पंख लगा
कल्पना के पंख लगा
आओ उड़े डोर
नीतुर बड़ा हाय जगत
मेरे सपने करे चूर
नीतुर बड़ा हाय जगत
मेरे सपने करे चूर
मोरा जीवन रे
मोरा जीवन रे
मुक्त बहे, गा जाओ आसावरी रे
आओ चलें मनवा मोरे डोर कही रे
डोर कही रे हन हा डोर कही रे
आओ चलें मनवा मोरे

भ्रमर करे गूंजा
नाचें मोर जहाँ
सुध-बुध भूल
भ्रमर करे गूंजा
नाचें मोर जहाँ
सुध-बुध भूल
ओ सुंदर सुंदर खिले
हो आशा के नित्या नये फूल
ओ सुंदर सुंदर खिले
हो आशा के नित्या नये फूल
मोरी बगिया में
मोरी बगिया में रह सदा
बसंत की बहार बनी रे
आओ चलें मनवा मोरे दूर कही रे
दूर कही रे हन हा दूर कही रे
आओ चलें मनवा मोरे

Written by:
Dutta Thakkar, Mohan Mishra

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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राजकुमारी and Mohammed Rafi

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