Lata Mangeshkar, Kishore Kumar and R.D. Burman - Tum Meri Zindagi Mein Kuchh [Unreleased]

इधर देखो उधर देखो इधर देखो रे
इधर देखो उधर देखो इधर देखो रे
इधर देखो उधर देखो इधर देखो रे
इधर देखो उधर देखो इधर देखो रे

तुम मेरी जिंदगी में
कुच्छ इश्स तरह से आए
भुला सा खाब जैसे
सच होके मुस्कुराए
तुम मेरी जिंदगी में
कुच्छ इश्स तरह से आए
भुला सा खाब जैसे
सच होके मुस्कुराए

इधर देखो उधर देखो इधर देखो रे
इधर देखो उधर देखो इधर देखो रे
इधर देखो उधर देखो इधर देखो रे
इधर देखो उधर देखो इधर देखो रे

भूली बिसरी कितनी यादें
आज गले मिलने आई है
भूली बिसरी कितनी यादें
आज गले मिलने आई है
अंजाने बागों से चुनकर
कालिया दामन में लाई है
कितने सुहाने सफ़र की
कभी मंज़िल आने पाए
ओ ओ ओ तुम मेरी जिंदगी
में कुच्छ इश्स तरह से आए

भुला सा खाब जैसे
सच होके मुस्कुराए

रुकती बढ़ती दिल की धड़कन
कहती है कितने अफ़साने
रुकती बढ़ती दिल की धड़कन
कहती है कितने अफ़साने
दिल के सागर कितने गहरे
दिल ही संहझे दिल ही जाने
आए समझ में यह
तब जब उम्र्र बीट जाए
ओ ओ ओ तुम मेरी जिंदगी
में कुच्छ इश्स तरह से आए
हो ओ ओ ओ भुला सा खाब
जैसे सच होके मुस्कुराए

Written by:
R D Burman, Rajinder Krishnan

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Lata Mangeshkar, Kishore Kumar and R.D. Burman

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