Talat Aziz - Raaste Yaad Nahin
रास्ते याद नहीं राहनुमा याद नहीं
रास्ते याद नहीं राहनुमा याद नहीं
अब मुझे कुच्छ तेरी गलियों के शिवा याद नहीं
रास्ते याद नहीं राहनुमा याद नहीं
एक वादा था जो शीशे की तरह टूट गया
एक वादा था
एक वादा था जो शीशे की तरह टूट गया
हादसा कब ये हुआ कैसे हुआ याद नहीं
हादसा कब ये हुआ कैसे हुआ याद नहीं
अब मुझे कुच्छ तेरी गलियों के शिवा याद नहीं
रास्ते याद नहीं राहनुमा याद नहीं
याद क्या आए वो
याद क्या आए वो बीते हुए सावन मुझको
याद क्या आए वो बीते हुए सावन मुझको
याद क्या आए वो बीते हुए सावन मुझको
मैं वो पांच्ची हूँ जिसे अपनी सदा याद नही
मैं वो पांच्ची हूँ जिसे अपनी सदा याद नही
अब मुझे कुच्छ तेरी गलियों के शिवा याद नहीं
रास्ते याद नहीं राहनुमा याद नहीं
दे सके तू मेरे जज़्बात को ताना जिसका
दे सके तू मेरे जज़्बात को ताना
दे सके तू तू तू तू
दे सके तू मेरे जज़्बात को ताना जिसका
मुझको ऐसे तो कोई अपनी ख़ाता याद नही
मुझको ऐसे तो कोई अपनी ख़ाता याद नही
अब मुझे कुच्छ तेरी गलियों के शिवा याद नहीं
रास्ते याद नहीं राहनुमा याद नहीं
राहनुमा याद नहीं राहनुमा याद नहीं
Written by:
ASAD ALI, QATEEL SHIFAI
Publisher:
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