Asha Bhosle, Laxmikant Pyarelal and Usha Mangeshkar - Zulf Mehkegi
ज़ुलफ महकेगी गर्दिश में जाम आएगा
ज़ुलफ महकेगी गर्दिश में जाम आएगा
आज मुझको बहारो का सलाम आएगा
आज मुझको बहारो का सलाम आएगा
आज मुझको बहारो का सलाम आएगा
ज़ुलफ महकेगी
ज़ुलफ महकेगी गर्दिश में जाम आएगा
आज मुझको बहारो का सलाम आएगा
आज मुझको बहारो का सलाम आएगा
आज पायल ये केहती हे नाच सदा
आज पायल ये केहती हे नाच सदा
और घुंगरू ये पूछे पता किस तरह
पर में कहने से डरता कैसे कहूं
आज बादल से बिजली गिरी किस तरह
अपना दीवाना पन
अपना दीवाना पन जैसे काम आएगा
आज मुझको बहारो का सलाम आएगा
आज मुझको बहारो का सलाम आएगा
ज़ुलफ महकेगी
रत आई है यू जगमगाई हुई
जुल्फ चंदन के रस में नहाई हुई
रत आई है यू जगमगाई हुई
देखना बन के कटे चुबहे ना कही
वो काली जो के है चोट खाई हुई
इक नये रंग में
इक नये रंग में इंतकाम आएगा
आज मुझको बहारो का सलाम आएगा
आज मुझको बहारो का सलाम आएगा
ज़ुलफ महकेगी
सुबह आए ना आए हमें गुम नही
रत भर की ये फ़ुर्सत कोई कम नही
सुबह आए ना आए हमें गुम नही
जो अंधेरे लूटा कर उजाला करे
रोशनी से ये काहदो के बाग हम नही
मिट गये तो
मिट गये तो शहीदो में नाम आएगा
आज मुझको बहारो का सलाम आएगा
आज मुझको बहारो का सलाम आएगा
आज मुझको बहारो का सलाम आएगा
ज़ुलफ महकेगी गर्दिश में जाम आएगा
आज मुझको बहारो का सलाम आएगा
आज मुझको बहारो का सलाम आएगा
Written by:
Laxmikant Pyarelal, Rajinder Krishnan
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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