Lata Mangeshkar - Koi Mere Sapnon Mein Aaya

कोई मेरे सपनों में आया
धीरे धीरे मन में समाया हो
ये ना पुछो फिर क्या हुआ
ओ फिर ह्म्‍म्म ह्म्‍म्म ह्म्‍म्म ह्म्‍म्म

कोई मेरे सपनों में आया
धीरे धीरे मन में समाया हो
ये ना पुछो फिर क्या हुआ
ओ फिर ह्म्‍म्म ह्म्‍म्म ह्म्‍म्म ह्म्‍म्म

फूलों ने सिंदूर छिड़का
फूलों ने सिंदूर छिडका
मौसम का दिल आज कल का
मौसम का दिल आज कल का
छलके बहारो से मस्ती
छलके बहारों से मस्ती
जादू है उनकी नज़र का

कोई मेरे सपनों में आया
धीरे धीरे मन में समाया हो
ये ना पुछो फिर क्या हुआ
ओ फिर ह्म्‍म्म ह्म्‍म्म ह्म्‍म्म ह्म्‍म्म

नैना मिले खो गयी मैं
नैना मिले खो गयी मैं
बालम की अब हो गयी मैं
बालम की अब हो गयी मैं
सपनों की रिमजिम ना पुछो
सपनों की रिमजिम ना पुछो
मदहोश हो सो गयी मैं

कोई मेरे सपनों में आया
धीरे धीरे मन में समाया हो
ये ना पुछो फिर क्या हुआ
ओ फिर ह्म्‍म्म ह्म्‍म्म ह्म्‍म्म ह्म्‍म्म

कोई मेरे सपनों में आया
धीरे धीरे मन में समाया हो
ये ना पुछो फिर क्या हुआ
ओ फिर ह्म्‍म्म ह्म्‍म्म

Written by:
JAIKSHAN SHANKAR, JAIPURI HASRAT

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Lata Mangeshkar

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