Lata Mangeshkar, अमीन सयानी, Chitragupta and Mohammed Rafi - Chali Chali Re Patang [Geetmala Hit]
चली चली रे पतंग
मेरी चली रे
चली चली रे पतंग
मेरी चली रे
चलि बादलों के पार
हो के ड़ोर पे सवार
सारी दुनिया यह
देख देख जलि रे
चली चली रे पतंग
मेरी चली रे
यु मस्त हवा में लहराए
जैसे उड़न खटोला उदा जाये
यु मस्त हवा में लहराए
जैसे उड़न खटोला उदा जाये
ले के मन में लगन
जैसे कोई दुल्हन
चली जाये सांवरिया की गली रे
चली चली रे पतंग
मेरी चली रे
चली चली रे पतंग
मेरी चली रे
चलि बादलों के पार
हो के ड़ोर पे सवार
सारी दुनिया यह
देख देख जलि रे
चली चली रे पतंग
मेरी चली रे
ओ ओ रंग मेरी पतंग का धनि
है यह नील गगन की रानी
बांकी बांकी है उड़न
है उम्र भी जवान
लगे पतली कमर बड़ी भली रे
चली चली रे पतंग
मेरी चली रे
चली चली रे पतंग
मेरी चली रे
चलि बादलों के पार
हो के ड़ोर पे सवार
सारी दुनिया यह
देख देख जलि रे
चली चली रे पतंग
चली चली रे
ओ ओ
छूना मत देख अकेली
है साथ में ड़ोर सहेली
छूना मत देख अकेली
है साथ में ड़ोर सहेली
है यह बिजली की
धार बड़ी तेज है कतार
देगी काट के रख दिलजली रे
चली चली रे पतंग
मेरी चली रे
चली चली रे पतंग
मेरी चली रे
चलि बादलों के पार
हो के ड़ोर पे सवार
सारी दुनिया यह
देख देख जलि रे
चली चली रे पतंग
चली चली रे
Written by:
CHITRAGUPTA, RAJINDER KRISHAN
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find