Akriti Kakkar, Sachin Gupta and Nitish R Kumar - Lambi Judaai [Lofi 1]

बिछड़े अभी तो हम बस कल परसों
जियूंगी मैं कैसे इस हाल में बरसों

मौत ना आये तेरी याद क्यों आये
हाय, लम्बी जुदाई
चार दिना दा प्यार, हो रब्बा
बड़ी लम्बी जुदाई, लम्बी जुदाई
होंठों पे आये, मेरी जान, दुहाई
हाय, लम्बी जुदाई
चार दिना दा प्यार, हो रब्बा
बड़ी लम्बी जुदाई, लम्बी जुदाई

एक तो सजन मेरे पास नहीं रे
दूजे मिलन दी कोई आस नहीं रे
दूजे मिलन दी कोई आस नहीं रे
उसपे ये सावन आया
ओ ओ ओ उसपे ये सावन आया
आग लगाई
हाय, लम्बी जुदाई
चार दिना दा प्यार, हो रब्बा
बड़ी लम्बी जुदाई, लम्बी जुदाई

Written by:
Laxmikant Pyarelal, ANANDSHI BAKSHI, ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA

Publisher:
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Akriti Kakkar, Sachin Gupta and Nitish R Kumar

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