Lata Mangeshkar and R.D. Burman - Mohabbat Karne Walon Ko
मोहब्बत करने वालों को बहारों तुम दूवायें दो
मोहब्बत करने वालों को बहारों तुम दूवायें दो
उतारों सब नज़र इनको नज़ारों तुम दूवायें दो
मोहब्बत करने वालों को बहारों तुम दूवायें दो
जहाँ जायें जिधर जायें बिच्चे हो फूल राहों में
जहाँ जायें जिधर जायें बिच्चे हो फूल राहों में
ना आए एक भी आँसू कभी इनकी निगाहों में
फरिश्तों इनकी किस्मत को सवारों तुम दूवायें दो
उतारों सब नज़र इनको नज़ारों तुम दूवायें दो
मोहब्बत करनेवालों को बहारों तुम दूवायें दो
तुम्हारा रास्ता देखे तो कब यह बात हो जाने
तुम्हारा रास्ता देखे तो कब यह बात हो जाने
भला कब दिन ढले कब शाम कब रात हो जाने
निकल आए अभी दिन में सितारों तुम दूवायें दो
मोहब्बत करनेवालों को बहारों तुम दूवायें दो
मोहब्बत जान है इनकी वफ़ा पैगाम है इनका
मोहब्बत जान है इनकी वफ़ा पैगाम है इनका
ना कोई इनका मज़हब है ना कोई नाम है इनका
किसी भी नाम से इनको पुकारों तुम दूवायें दो
उतारों सब नज़र इनको नज़ारों तुम दूवायें दो
मोहब्बत करनेवालों को बहारों तुम दूवायें दो
फरिश्तों इनकी किस्मत को सवारों तुम दूवायें दो
Written by:
ANANDSHI BAKSHI, R D Burman
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find