Lata Mangeshkar and शंकर जयकिशन - Ajeeb Dastaan [Live]

अजीब दास्ताँ है ये
कहाँ शुरू, कहाँ खतम
ये मंज़िलें हैं कौन सी?
न वो समझ सके न हम
अजीब दास्ताँ है ये
कहाँ शुरू, कहाँ खतम
ये मंज़िलें हैं कौन सी?
न वो समझ सके न हम

मुबारक ए तुम्हें के तुम किसी के नूर हो गए
मुबारक ए तुम्हें के तुम किसी के नूर हो गए
किसी के इतने पास हो के सबसे दूर हो गए
अजीब दास्ताँ है ये
कहाँ शुरू, कहाँ खतम
ये मंज़िलें हैं कौन सी?
न वो समझ सके न हम

किसी का प्यार ले के तुम
नया जहां बसाओगे
किसी का प्यार ले के तुम
नया जहां बसाओगे
ये शाम जब भी आएगी
तुम हमको याद आओगे
अजीब दास्ताँ है ये
कहाँ शुरू, कहाँ खतम
ये मंज़िलें हैं कौन सी?
न वो समझ सके न हम

Written by:
SHAILENDRA, Shankar-Jaikishan

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Lata Mangeshkar and शंकर जयकिशन

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