Mukesh - Aankhen Khuli Thi

आँखे खुली थी या आये थे वो भी नजर मुझे
आँखे खुली थी या आये थे वो भी नजर मुझे
फिर क्या हुआ नहीं है कुछ इसकी खबर मुझे
फिर क्या हुआ नहीं है कुछ इसकी खबर मुझे
आँखे खुली थी या आये थे वो भी नजर मुझे

उनका ख्याल दिल में तस्वुर निगाह में
उनका ख्याल दिल में तस्वुर निगाह में
रोशन वही चिराग है यादो की राह में
वो छोड़ कर गए थे इसी मोड़ पर मुझे
फिर क्या हुआ नहीं है कुछ इसकी खबर मुझे
आँखे खुली थी या आये थे वो भी नजर मुझे

अब तो मुझे अंधेरों से उल्फ़त सी हो गयी
अब तो मुझे अंधेरों से उल्फ़त सी हो गयी
आँखों को इंतज़ार की आदत सी हो गयी
तकना उनकी राह युही उम्र भर मुझे
आँखे खुली थी या
आये थे वो भी नजर मुझे

फिर क्या हुआ नहीं है कुछ इसकी खबर मुझे
फिर क्या हुआ नहीं है कुछ इसकी खबर मुझे
आँखे खुली थी या
आये थे वो भी नजर मुझे

Written by:
Majrooh Sultanpuri, Naushad

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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