Talat Mahmood - Ae Dil Mujhe Aisi Jagah [Revival]
ऐ, दिल मुझे ऐसी जगह ले चल, जहाँ कोई ना हो
ऐ, दिल मुझे ऐसी जगह ले चल, जहाँ कोई ना हो
अपना-पराया, मेहरबाँ-नामेहरबाँ कोई ना हो
ऐ, दिल मुझे ऐसी जगह ले चल, जहाँ कोई ना हो
जा कर कहीं खो जाऊँ मैं
नींद आए और सो जाऊँ मैं
नींद आए और सो जाऊँ मैं
जा कर कहीं खो जाऊँ मैं
नींद आए और सो जाऊँ मैं
नींद आए और सो जाऊँ मैं
दुनिया मुझे ढूँढें मगर मेरा निशाँ कोई ना हो
दुनिया मुझे ढूँढें मगर मेरा निशाँ कोई ना हो
उल्फ़त का बदला मिल गया
वो ग़म लूटा, वो दिल गया
वो ग़म लूटा, वो दिल गया
उल्फ़त का बदला मिल गया
वो ग़म लूटा, वो दिल गया
वो ग़म लूटा, वो दिल गया
चलना है सब से दूर-दूर अब कारवाँ कोई ना हो
चलना है सब से दूर-दूर अब कारवाँ कोई ना हो
अपना-पराया, मेहरबाँ-नामेहरबाँ कोई ना हो
ऐ, दिल मुझे ऐसी जगह ले चल
Written by:
ANIL BISWAS, MAJROOH SULTANPURI
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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