Anuradha Paudwal - Ae Hawa Aake Thamle Anchal

ओ ओ ओ ओ

ऐ हवा आके थामले आँचल
आए घटा बन जेया आँख का काजल
कलियो में छुप के
उन्हे महका दूँ
मुरझाए फूलो को खिला दूँ
आजा हँसके जीना सीखा दूँ
आजा हँसके जीना सीखा दूँ
आए हवा आके थामले आँचल
आए घटा बन जेया आँख का काजल
कलियो में च्छूप के
उन्हे महका दूँ
मुरझाए फूलो को खिला दूँ
आजा हँसके जीना सीखा दूँ
आजा हँसके जीना सीखा दूँ

काले काले बादल से
रस बरसाती हूँ
बरखा की बूँदो में
झूमके गाती हूँ
काले काले बादल से
रस बरसाती हूँ
बरखा की बूँदो में
झूमके गाती हूँ
सहारा में भी जल बरसा दूँ
सब की प्यास बुझा दूँ
आजा हंस के जीना सीखा दूँ
आजा हंस के जीना सीखा दूँ

ला ला ला ला ला ला
आ ला ला ला ला ला ला ला ला ला

पर्वत से झरना
बनके बहती हूँ
लहरो के दर्पण में
हँसती रहती हूँ
पर्वत से झरना
बनके बहती हूँ
लहरो के दर्पण में
हँसती रहती हूँ
तितली जैसी उड़के दिखा दूँ
दुनिया की सैर करा दूँ
आजा हंस के जीना सीखा दूँ
आजा हंस के जीना सीखा दूँ
आए हवा आके थामले आँचल
आए घटा बन जेया आँख का काजल
कलियो में च्छूप के
उन्हे महका दूँ
मुरझाए फूलो को खिला दूँ
आजा हंस के जीना सीखा दूँ
आजा हंस के जीना सीखा दूँ

Written by:
SAMEER, ANAND MILIND

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Anuradha Paudwal

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