Geeta Dutt - Ae Dil Ae Diwane Aag Laga Li
ए दिल ए दीवाने ए दिल ए दीवाने
ए दिल ए दीवाने आग लगा ली क्यू दामन मे
ओ जालिम चाहत के बहाने
ए दिल ए दीवाने
जुर्म नही था दिल का लगाना
समझा कब नादान जमाना
जुर्म नही था दिल का लगाना
समझा कब नादान जमाना
एक नज़र ओर कितनी बाते
एक नज़र ओर कितनी बाते
एक खामोशी लाख तूफ़ाने
ए दिल ए दीवाने
आग लगा ली क्यू दामन मे
ओ जालिम चाहत के बहाने
ए दिल ए दीवाने
ये तो नही है तेरी मंज़िल
दूर बहुत है अपना साहिल
ये तो नही है तेरी मंज़िल
दूर बहुत है अपना साहिल
अरमानो की नाज़ुक कश्ती
अरमानो की नाज़ुक कश्ती
लगी है तूफान से टकराने
ए दिल ए दीवाने
आग लगा ली क्यू दामन मे
ओ जालिम चाहत के बहाने
ए दिल ए दीवाने
Written by:
Majrooh Sultanpuri, O P Nayyar
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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