Lata Mangeshkar - Aji Rooth Kar Ab Kahan Jaiyega
अजी रूठ कर अब कहाँ जाइयेगा
जहाँ जाइयेगा हमें पाइयेगा
अजी रूठ कर अब कहाँ जाइयेगा
जहाँ जाइयेगा हमें पाइयेगा
अजी रूठ कर अब
निगाहों से छुपकर दिखाओ तो जानें
ख़यालों में भी तुम न आओ तो जानें
अजी लाख पर्दो में छुप जाइयेगा
अजी लाख पर्दो में छुप जाइयेगा
नज़र आइयेगा नज़र आइयेगा
अजी रूठ कर अब कहाँ जाइयेगा
जहाँ जाइयेगा हमें पाइयेगा
अजी रूठ कर अब
जो दिल में हैं होठों पे लाना भी मुश्किल
मगर उसको दिल में छुपाना भी मुश्किल
नज़र की ज़ुबाँ से समझ जाइयेगा
नज़र की ज़ुबाँ से समझ जाइयेगा
समझ कर ज़रा गौर फ़रमाइयेगा
अजी रूठ कर अब कहाँ जाइयेगा
जहाँ जाइयेगा हमें पाइयेगा
अजी रूठ कर अब
ये कैसा नशा हैं ये कैसा असर हैं
न काबू में दिल हैं न बस में नज़र हैं
ज़रा होश आ ले चले जाइयेगा
ज़रा होश आ ले चले जाइयेगा
ठहर जाइयेगा ठहर जाइयेगा
अजी रूठ कर अब कहाँ जाइयेगा
जहाँ जाइयेगा हमें पाइयेगा
अजी रूठ कर अब कहाँ जाइयेगा
जहाँ जाइयेगा हमें पाइयेगा
अजी रूठ कर अब
Written by:
JAIKSHAN SHANKAR, JAIPURI HASRAT
Publisher:
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