Lata Mangeshkar - Anmol Pyar Bin Mol Beeke
ओ अनमोल प्यार बिन मोल बिके
ओ अनमोल प्यार बिन मोल बिके
इस दुनिया के बाज़ार में
इस दुनिया के बाज़ार में
ओ इंसान और ईमान बिके
ओ इंसान और ईमान बिके
इस दुनिया के बाज़ार में
इस दुनिया के बाज़ार में
ओ अनमोल प्यार बिन मोल बिके
खिलते ही इस फुलवारी में
प्यार की कलियाँ जल जाती है
प्यार की कलियाँ जल जाती है
दिल की दिल में रह जाती है
चाँदनी राते ढल जाती है
चाँदनी राते ढल जाती है
कितने ही संसार उजड़ जाते है इस संसार में
कितने ही संसार उजड़ जाते है इस संसार में
इस दुनिया के बाज़ार में
ओ अनमोल प्यार बिन मोल बिके
दिन के उजाले में भी कोई
हमको लूट के चल देता है
हमको लूट के चल देता है
प्यार भरा अरमान भरा ये
दिल पैरों से कुचल देता है
दिल पैरों से कुचल देता है
चमन हमारी उम्मीदों के सूखे भरी बहार में
चमन हमारी उम्मीदों के सूखे भरी बहार में
इस दुनिया के बाज़ार में
ओ अनमोल प्यार बिन मोल बिके
धन दौलत के दूध पे हमने
पाप के सांप को पलते देखा
पाप के सांप को पलते देखा
उलटी रीत की इस दुनिया में
सुबह को सूरज ढलते देखा
सुबह को सूरज ढलते देखा
बोल यही इन्साफ है क्या मालिक तेरे दरबार में
बोल यही इन्साफ है क्या मालिक तेरे दरबार में
इस दुनिया के बाज़ार में
ओ अनमोल प्यार बिन मोल बिके
इस दुनिया के बाज़ार में
इस दुनिया के बाज़ार में
ओ अनमोल प्यार बिन मोल बिके
Written by:
SHAILENDRA, Shankar-Jaikishan
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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