Kishore Kumar and Lata Mangeshkar - Are Jane Kaise Kab Kahan Iqrar
अरे जाने कैसे कब कहाँ इक़रार हो गया
हम सोचते ही रह गए और प्यार हो गया
हो जाने कैसे कब कहाँ इक़रार हो गया
हम सोचते ही रह गए और प्यार हो गया
गुलशन बनी गलियाँ सभी
फूल बन गई कलियाँ सभी
गुलशन बनी गलियाँ सभी
फूल बन गई कलियाँ सभी
लगता है मेरा सेहरा तैयार हो गया
हम सोचते ही रह गए और प्यार हो गया
तुमने हमे बेबस किया
दिल ने हमें धोखा दिया
तुमने हमे बेबस किया
दिल ने हमें धोखा दिया
उफ्फ़ तौबा जीना कितना दुश्वार हो गया
हम सोचते ही रह गए और प्यार हो गया
हम चुप रहे कुछ ना कहा
कहने को क्या बाक़ी रहा
हो हम चुप रहे कुछ ना कहा
कहने को क्या बाक़ी रहा
बस आँखो ही आँखो में इज़हार हो गया
हम सोचते ही रह गए और प्यार हो गया
जाने कैसे कब कहाँ इक़रार हो गया (हम्म हम्म हम्म)
हम सोचते ही रह गए और प्यार हो गया
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
Written by:
ANAND BAKSHI, RAHUL DEV BURMAN
Publisher:
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