Lata Mangeshkar and Suresh Wadkar - Badal Pe Chalke Aa
बदल पे छलके आ
सावन में ढल के आ
बदल पे छलके आ
सावन में ढल के आ
सांसो से मेरी निकल के आ
बहो से मेरी मचल के आ
बदल पे छलके आ
सावन में ढल के आ
सांसो से मेरी निकल के आ
बहो से मेरी मचल के आ
बदल पे छलके आ
सावन में ढल के आ
शाम पे लहराए मौसम हारे हारे
चाँदी सी बरसाए आए
बदल भरे भरे
साखो पे लहराए मौसम हरे हरे
चाँदी सी बरसाए बदल भरे भरे
बीगी हुई इन फिजाओ में
आंको से दिल में संभाल के आ
बदल पे छलके आ
सावन में ढल के आ
मैं हु तेरी जमी तू मेरा आसमा
तू मेरी आरजू मैं तेरी जाने जा
तूठति है भनक बनके अंगरदाइया
आओ बहो में भर ले तन्हैया
मैं हूँ तेरी ज़मीन तू मेरा आसमान
तू मेरी आरज़ू मैं तेरी जानेजा
आँचल की चंचल हवओ मे
होटो पे गीतो सा ढाल के आ
बदल पे छलके आ
सावन में ढल के आ
सीशे सी बहो पे बूंदे रूखी रूखी
पॅल्को पे शरमाये रते झुकी झुकी
पॅल्को पे शरमाये रते झुकी झुकी
सीशे सी बहो पे बूंदे रूखी रूखी
ज़ुल्फो की काली गटाओ में मुझ में
नसे सा पिघल के आ
बदल पे छलके आ
सावन में ढल के आ
सांसो से मेरी निकल के आ
बहो से मेरी मचल के आ
बदल पे छलके आ
सावन में ढाल के आ
बदल पे छलके आ
सावन में ढाल के आ
बदल पे छलके आ
सावन में ढाल के आ
Written by:
Hari, Shiv, Nida Dazil
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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