Lata Mangeshkar - Bangle Ke Peechhe
बंगले के पीछे तेरी बेरी के नीचे
हाय रे पिया आहा रे आहा रे आहा रे पिया
काँटा लगा हाय लगा हा आजा हा राजा
बंगले के पीछे तेरी बेरी के नीचे
हाय रे पिया आहा रे आहा रे आहा रे पिया
काँटा लगा हाय लगा हा राजा हा राजा
बंगले के पीछे तेरी बेरी के नीचे
हाव रे पिया
बिंदिया छिपाये रे लाली चुनर
ओड़ के मूंद के मुखड़ा अपना
निकली अंधेरे में दुनियां के डर से मैं सजना
बिंदिया छिपाये रे लाली चुनर
ओड़ के मूंद के मुखड़ा अपना
निकली अंधेरे मे दुनियां के डर से मैं सजना
रात बैरन हुई ओ रे साथिया
देख हालत मेरी आ लेकर जिया
बंगले के पीछे तेरी बेरी के नीचे
हाय रे पिया आहा रे आहा रे आहा रे पिया
काँटा लगा हाय लगा हा आजा हा राजा
बंगले के पीछे तेरी बेरी के नीचे
हाव रे पिया
आई मुसीबत तो अब सोचती
है मैं क्यूँ रह सकी ना तेरे बिन
सच ही तो कहती थीं सखिया फँसेगी तू एक दिन
आई मुसीबत तो अब सोचती
है मैं क्यूँ रह सकी ना तेरे बिन
सच ही तो कहती थीं सखिया फँसेगी तू एक दिन
भूल तो हो गई जो किया सो किया
तू बचा ले बलम आज मेरा जिया
बंगले के पीछे तेरी बेरी के नीचे
हाय रे पिया आहा रे आहा रे आहा रे पिया
काँटा लगा हाय लगा हा आजा हा राजा
बंगले के पीछे तेरी बेरी के नीचे
हाव रे पिया
सबको पुकारे अनाड़ी ना
समझे ये मिलने का सारा जतन है
कैसे बताऊँ ये चाहत की तैयाँ चुभन है
सबको पुकारे अनाड़ी ना
समझे ये मिलने का सारा जतन है
कैसे बताऊँ ये चाहत की तैयाँ चुभन है
ये वो काँटा सजन जाये लेकर जिया
नैन सुई लगे तो निकले पिया
बंगले के पीछे तेरी बेरी के नीचे
हाय रे पिया आहा रे आहा रे आहा रे पिया
काँटा लगा हाय लगा हा आजा हा राजा
बंगले के पीछे तेरी बेरी के नीचे
हाय रे पिया हाय रे पिया हाय रे
Written by:
MAJROOH SULTANPURI, RAHUL DEV BURMAN
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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