Udit Narayan and Alka Yagnik - Barish Ne Aag Lagayee
बारिश ने आग लगाई, मेरे सैयाँ पास तो आओ
बारिश ने आग लगाई, मेरे सैयाँ पास तो आओ
कब होगी अपनी सगाई? मेरे सैयाँ इतना बताओ
बारिश ने आग लगाई, मेरे सैयाँ पास तो आओ
कब होगी अपनी सगाई? मेरे सैयाँ इतना बताओ
भीगा है मौसम, सर्द रात है, होंठों पे मेरे दिल की बात है
यादों में अब तेरी दिन कटे, कोई घड़ी ना तेरे बिन कटे
मेरे सनम तेरी क़सम क्या तूने जादू किया?
अब ना सही जाए जुदाई, मेरे सैयाँ दूर ना जाओ
कब होगी अपनी सगाई? मेरे सैयाँ इतना बताओ
बारिश ने आग लगाई, मेरे सैयाँ पास तो आओ
आ आ आ आ आ आ
मेरी बाँहों की प्यासी सेज है, सुन तो क्या कहती पाज़ेब है
पानी गिरे मेरा तन जले, ऐसे में ना कोई बस चले
जान-ए-अदा होके जुदा, लागे ना मोरा जिया
तौबा मेरी, तेरी दुहाई, मेरे सैयाँ ना तड़पाओ
बारिश ने आग लगाई, मेरी सजनी पास ना आओ
ऐसे ना लो तुम अंगड़ाई, मेरी सजनी दिल ना जलाओ
कैसे मैं बोलूँ कितनी प्यास है, हर पल तू दिलबर आस-पास है
मुझसे हुई अगर कोई ख़ता कहना ना कुछ मेरी जान-ए-वफ़ा
प्यासा हूँ मैं, प्यासी है तू, कैसा नशा है दिया?
कहने लगी ये पुरवाई, मेरी सजनी ना बहकाओ
ऐसे ना लो तुम अंगड़ाई, मेरी सजनी दिल ना जलाओ
बारिश ने आग लगाई, मेरे सैयाँ पास तो आओ
ऐसे ना लो तुम अंगड़ाई, मेरी सजनी दिल ना जलाओ
कब होगी अपनी सगाई? मेरे सैयाँ इतना बताओ
तू रु तू तू तू तू तू रु तू तू तू तू तू रु तू तू तू
तू रु तू तू तू रु तू रु तू तू तू रु तू रु तू तू तू
तू रु तू तू तू रु तू रु तू तू तू रु तू रु तू तू तू
तू रु तू तू तू रु तू रु तू तू तू रु तू रु तू तू तू
Written by:
SAMEER, NADEEM SAIFI, SHRAVAN RATHOD
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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