Kumar Sanu - Dil Kitna Nadan Hai [Remix]
दिल कितना नादान है
दिल कितना अन्जान है
दिल कितना नादान है
दिल कितना अन्जान है
जिसने पागल किया
जिसने घायल किया
जिसने धोखा दिया
जिसने जख्मी दिया
उसपे मेहरबान है
दिल कितना नादान है
दिल कितना अन्जान है
जिसने पागल किया
जिसने घायल किया
जिसने धोखा दिया
जिसने जख्मी दिया
उसपे मेहरबान है
दिल कितना नादान है
दिल कितना अन्जान है
कोई बताए कैसे बहलाऊं जख्मी दिल को
मजबूर हूँ मैं कितना समझाऊं जख्मी दिल को
कोई बताए कैसे बहलाऊं जख्मी दिल को
मजबूर हूँ मैं कितना समझाऊं जख्मी दिल को
जिसपे मरता है ये वो तो है बेवफा
जख्म ऐसे दिए ना हो जिसकी दवा
मुश्किल में ये जान है
दिल कितना नादान है
दिल कितना अन्जान है
जिसने पागल किया
जिसने घायल किया
जिसने धोखा दिया
जिसने जख्मी दिया
उसपे मेहरबान है
दिल कितना नादान है
दिल कितना अन्जान है
मैं रो भी नहीं सकता
क्योंकि हंसेगी दुनिया
नाकाम चाहत पर
ताने कसेगी दुनिया
मैं रो भी नहीं सकता
क्योंकि हंसेगी दुनिया
नाकाम चाहत पर
ताने कसेगी दुनिया
कोई देखे मेरी बेबसी तो ज़रा
अश्क़ आँखों में हैं
दिल है ग़म से भरा
होंठों पे मुस्कान है
दिल कितना नादान है
दिल कितना अंजान है
जिसने पागल किया
जिसने घायल किया
जिसने धोखा दिया
जिसने ज़ख्मी किया
उसपे मेहरबान है
दिल कितना नादान है
दिल कितना अंजान है
Written by:
ANU MALIK, FAAIZ ANWAR, HASRAT JAIPURI, RAHAT INDORI
Publisher:
Lyrics © Royalty Network, Shemaroo Entertainment Limited
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