Mukesh - Bhool Ja Bhool Ja
भूल जा
भूल जा
जो चला गया उसे भूल जा
जो चला गया उसे भूल जा
वो ना सुन सकेगा तेरी सदा
जो चला गया उसे भूल जा
उसे भूल जा
उसे भूल जा
ये हयात तो मौत की हैं डगर
कोई ख़ाक में कोई ख़ाक पर
ये हयात तो मौत की हैं डगर
कोई ख़ाक में कोई ख़ाक पर
यही जान ले वो कोई न था
वो गुबार था तेरा हमसफ़र
उसे दूर लेके गई हवा
जो चला गया उसे भूल जा
उसे भूल जा
उसे भूल जा
भूल जा भूल जा
भूल जा भूल जा
कोई इल्तजा कोई बंदगी
ना क़ज़ा से हाथ छुड़ा सकी
कोई इल्तजा कोई बंदगी
ना क़ज़ा से हाथ छुड़ा सकी
किये आदमी ने बड़े जतन
मगर उसके काम ना
आ सकी ना कोई दूवां ना कोई दवाँ
जो चला गया उसे भूल जा
वो ना सुन सकेगा तेरी सदा
जो चला गया उसे भूल जा
है मुझे भी गम किसी यार का
की लूटा नगर मेरे प्यार का
है मुझे भी गम किसी यार का
की लूटा नगर मेरे प्यार का
हुआ दरबदर मैं तो इस कदर
ना खिज़ा का हूँ ना बहार का
मुझे देख ले मुझे क्या मिला
जो चला गया उसे भूल जा
वो ना सुन सकेगा तेरी सदा
जो चला गया उसे भूल जा
उसे भूल जा
उसे भूल जा
भूल जा भूल जा
भूल जा भूल जा
Written by:
Majrooh Sultanpuri, Naushad
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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