Alka Yagnik and Kumar Sanu - Bolo Kahan Gaye The
ढीला पैजामा रेशम का कमर बंद
बोलो कहा गये थे
ढीला पैजामा रेशम का कमर बंद
बोलो कहा गये थे
होटो पे लाली हाथो मे है गुलकंद
बोलो कहा गये थे
बोलो कहा गये थे
रेशम का लेहेंगा चुनरी का उड़ा रंग
बोलो कहा गये थे
रेशम का लेहेंगा चुनरी का उड़ा रंग
बोलो कहा गये थे
बिखरी है जुल्फे मुरझाया है ये अंग
बोलो कहा गये थे
बोलो कहा गये थे
आ ढीला पैजामा रेसम का कमर बंद
बोलो कहा गये थे
बोलो कहा गये थे
जब देखो तब मच्छी के बाज़ार मे
जब देखो तब मच्छी के बाज़ार मे
जब देखो तब मच्छी के बाज़ार मे
जब देखो तब मच्छी के बाज़ार मे
हाथो मे पैसा बोलन पे नज़र बंद
बोलो कहा गये थे
आ हाथो मे पैसा बोलन पे नज़र बंद
बोलो कहा गये थे
ओ ढीला पैजामा रेशम का कमर बंद
बोलो कहा गये थे
बोलो कहा गये थे
कल तुम्हे देखा था ढाबे वाले मोड़ पे
कल तुम्हे देखा था ढाबे वाले मोड़ पे
कल तुम्हे देखा था ढाबे वाले मोड़ पे
कल तुम्हे देखा था ढाबे वाले मोड़ पे
बालो मे गजरा था ओर कोई संग
बोलो कहा गये थे
हा बालो मे गजरा था ओर कोई संग
बोलो कहा गये थे
रेसम का लेहेंगा चुनरी का उड़ा रंग
बोलो कहा गये थे
बोलो कहा गये थे
सज के सवर के बैठी थी बाग मे
सज के सवर के बैठी थी बाग मे
सज के सवर के बैठी थी बाग मे
सज के सवर के बैठी थी बाग मे
देख के वहा मे रह गया था दंग
बोलो कहा गये थे
देख के वाहा मे रह गया था दंग
बोलो कहा गये थे
रेशम का लेहेंगा चुनरी का उड़ा रंग
बोलो कहा गये थे
बोलो कहा गये थे
तुमको पता है तुमको खबर है
तुमको पता है तुमको खबर है
तुमको पता है तुमको खबर है
तुमको पता है तुमको खबर है
साजन जाए जहा पे सजनी के संग
हम तो वाहा गये थे
हा साजन जाए जहा पे सजनी के संग
हम तो वाहा गये थे
ढीला पैजमा रेशम का कमर बंद
बोलो कहा गए थे
बोलो कहा गए थे
रेशम का लेहेंगा चुनरी का उड़ा रंग
बोलो कहा गये थे
ढीला पैजामा रेशम का कमर बंद
बोलो कहा गये थे
रेशम का लेहेंगा चुनरी का उड़ा रंग
बोलो कहा गये थे
होटो पे लाली हाथो मे है गुलकंद
बोलो कहा गये थे
बिखरी है जुल्फे मुरझाया है ये अंग
बोलो कहा गये थे
Written by:
SAMEER, NADEEM SAIFI, SHRAVAN RATHOD
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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