Alka Yagnik - Bulbul Bole Angna Mere

बुलबुल बोले

बुलबुल बोले अँगना मेरे
बुलबुल बोले अँगना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
पूछे मुझसे कंगना मेरे
पूछे मुझसे कंगना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे

बागों से कलियो से फिजाओ से पुँछू
खुशबू उड़ाती इन हवाओं से पुँछू
बागों से कलियो से फिजाओ से पुँछू
खुशबू उड़ाती इन हवाओं से पुँछू
मौसम मिलन का कब आएगा
कब तक मुझे वो तड़पाएगा
मेरा परदेसी पिया कब आएगा क्या पता
क्या पता क्या पता
बुलबुल बोले अँगना मेरे
बुलबुल बोले अँगना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे

मेरे तो सपनो में है उसका चेहरा
जाने कब आएगा वो बांध के सेहरा
मेरे तो सपनो में है उसका चेहरा
जाने कब आएगा वो बांध के सेहरा
बनके दुल्हन मैं मुस्काऊँगी
सज़के सजन के घर जाऊँगी
सेज़ सजेगी कब महकी बहारें तू बता
तू बता तू बता
बुलबुल बोले अँगना मेरे
बुलबुल बोले अँगना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
पूछे मुझसे कंगना मेरे
पूछे मुझसे कंगना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे
तू कब आयेगा बता सजना मेरे

Written by:
SAMEER, NADEEM SAIFI, SHRAVAN RATHOD

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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