Sunidhi Chauhan and Shankar Mahadevan - Bulbula
उफ़ वो खसमानु कहानी करती रहती मनमानी
समझे खुद को चौकरानी वोह
दिल से बिलकुल बच्ची है,मुहफ़ट है पर सच्ची है
नटखट है पर अच्छी है वोह
लेती पंगे वो सबसे भोली बन जाए झट से
बाज़ ना आये आदत से वोह
कुछ भी ना वो छुपाये, दिल में जो है दिखाए
बस उसी में फस जाए वोह
मैं बुलबुला, क्यू कोई मुझको हाथ लगाए
ओह खुला खुला आसमान भी देखो मुझको बुलाए
चिढ़चिढ़ी है यह ज़िन्दगी (चिढ़चिढ़ी है यह ज़िन्दगी)
खुशियाँ जो में लुटाऊं, हसना में सिखाऊँ, चलो चलो चलो चलो
बुलबुला बुलबुला, अरे में तो बुलबुला (उह हा उह हा उह हा)
छूना ना मुझे, बस हौले से बुला (उह हा उह हा उह हा)
बुलबुला बुलबुला, अरे में तो बुलबुला (उफ़ वो खसमानु कहानी करती रहती मनमानी)
छूना ना, ना मुझे, (लेती पंगे वो सबसे भोली बन जाए झट से)
बस हौले से बुला (बाज़ ना आये आदत से वोह)
ऋतुओं के घुंघरू पावं में
थिरक थिरक फिर क्यू ना जाऊं में (थिरक थिरक फिर क्यू ना जाऊं में)
हूँ मस्ती के गाऊँ में, मचल मचल फिर क्यू ना गाऊँ में ( मचल मचल फिर क्यू ना गाऊँ में)
हूँ उ उ उ हूँ उ उ उ
इसके बिन रौनक कहाँ, बुझी बुझी सोई सोई सी होगी धड़कन
कोसो चाहे तुम इसे, इसके बिना सुना सुना होगा गुलशन
येह साज़ हू, मुझे रोक ना
शिकवे सब मिटा ले, संग गुनगुना ले
गाले हेययय एआहही
बुलबुला बुलबुला, अरे में तो बुलबुला (बुलबुला बुलबुला)
छूना ना, ना मुझे, बस हौले से बुला (बुलबुला बुलबुला)
बुलबुला बुलबुला, अरे में तो बुलबुला आ आ (उफ़ वो खसमानु कहानी करती रहती मनमानी)
छूना ना, ना मुझे, बस हौले से बुला (लेती पंगे वो सबसे भोली बन जाए झट से)
हो हो हो
Written by:
PRASOON JOSHI, SHANKAR MAHADEVAN, ALOYSUIS MENDONSA, EHSAAN NOORANI
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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