DJ Harshit Shah, Mukesh and DJ MHD IND - Chand Si Mehbooba Ho Meri [Chill Trap]

तु बिलकुल वैसी हो जैसा मैंने सोचा था

चाँद सी महबूबा हो मेरी कब ऐसा मैंने सोचा था
हाँ तुम बिलकुल वैसी हो जैसा मैंने सोचा था(सोचा था)

ना कस्में हैं ना रसमें हैं
ना शिकवे हैं ना वादे हैं
ना कस्में हैं ना रसमें हैं
ना शिकवे हैं ना वादे हैं
इक सूरत भोली भाली है
दो नैना सीधे सादे हैं
दो नैना सीधे सादे हैं

ऐसा ही रूप खयालों में था
जैसा मैंने सोचा था

हाँ तुम बिलकुल वैसी हो जैसा मैंने सोचा था(सोचा था)

मेरी खुशियाँ ही ना बाँटे
मेरे ग़म भी सहना चाहे
मेरी खुशियाँ ही ना बाँटे
मेरे ग़म भी सहना चाहे
देखे ना ख्वाब वो महलों के
मेरे दिल में रहना चाहे
मेरे दिल में रहना चाहे

इस दुनिया में कौन था ऐसा
जैसा मैंने सोचा था
हाँ तुम बिलकुल वैसी हो जैसा मैंने सोचा था(सोचा था)

Written by:
ANAND BAKSHI, ANANDJI V SHAH, KALYANJI VIRJI SHAH

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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DJ Harshit Shah, Mukesh and DJ MHD IND

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