Jagjit Singh - Chupke Chupke

चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
हम को अब तक आशिकी का
वो ज़माना याद है

तुझ से मिलते ही वो कुछ
बेबाक हो जाना मेरा
और तेरा दांतों में वो
उंगली दबाना याद है

खैंच लेना वो मेरा
परदे का कोना दफ्फातन
और दुपट्टे से तेरा
वो मुँह छुपाना याद है

दोपहर की धुप में
मेरे बुलाने के लिए
वो तेरा कोठे पे
नंगे पांव आना याद है

चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
हम को अब तक आशिकी का
वो ज़माना याद है

Written by:
PADITH SOMESH MATHUR, HASRAT MOHANI, JAGJIT SINGH, Hasrat Mohani

Publisher:
Lyrics © Royalty Network, Sony/ATV Music Publishing LLC, Anthem Entertainment

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Jagjit Singh

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