Alka Yagnik - Dil Ka Darwaja

दिल का दरवाजा खुला है राजा
राजा राजा राजा राजा राजा
आठ रोज़ की तू छूटि लेके आजा
आजा आजा आजा

दिल का दरवाजा खुला है राजा
आठ रोज़ की तू छूटि लेके आजा

दिल का दरवाजा खुला है राजा
आठ रोज़ की तू छूटि लेके आजा

नया सोमवार आएगा साथ तेरे
मेरे हाथ में होंगे फिर हाथ तेरे
मनाएंगे मंगल को जंगल में मंगल
तो बुद्ध तक चलेगा यह मंगल का दंगल
तो बुद्ध तक चलेगा यह मंगल का दंगल
मम मज़ा सोमरस का मुझे भी चखा जा
आजा आजा आजा
पड़ा है जो पर्दा वोह आके उठा जा
आजा आजा आजा
दिल का दरवाजा खुला है राजा
आठ रोज़ की तू छूटि लेके आजा

दिल का दरवाजा खुला है राजा
आठ रोज़ की तू छूटि लेके आजा

नए गुर गुरूवार के सीख ले न
ओह हुनर मुझसे कुछ प्यार के सिख लेना
बड़ा शुक्र फिर शुक्रवार अब न होगा
तो पूरा हमारा कोई सपना होगा
तो पूरा हमारा कोई सपना होगा
हाँ हाँ तो इस बार मेरा व्रत भी छुड़ा जा
आजा आजा आजा
तुझे प्यार कर करके कर दूँगी ताजा
आजा आजा आजा
दिल का दरवाजा खुला है राजा
आठ रोज़ की तू छूटि लेके आजा

दिल का दरवाजा खुला है राजा
आठ रोज़ की तू छूटि लेके आजा

शनिवार की रात भारी पड़ेगी
मोहब्बत की गाडी से गाडी लड़ेगी
रविवार को अपना पैगाम होगा
के छूटि के बिन भी बहुत काम होगा
के छूटि के बिन भी बहुत काम होगा
हाय मेरी सात रातें सुहागन बना जा
आजा आजा आजा
मनाएंगे खुशियां
बजायेंगे बाजा
आजा आजा आजा
दिल का दरवाजा खुला है राजा
आठ रोज़ की तू छूटि लेके आजा

दिल का दरवाजा खुला है राजा
आठ रोज़ की तू छूटि लेके आजा

Written by:
ANU MALIK, RAHAT INDOREE

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Alka Yagnik

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