Lata Mangeshkar and Mukesh - Dil Ki Nazar Se

दिल की नज़र से नज़रों की दिल से
ये बात क्या है ये राज़ क्या है
कोई हमें बता दे

सिने से उठकर होठों पे आया
ये गीत कैसा ये राग क्या है
कोई हमें बता दे

दिल की नज़र से नज़रों की दिल से
ये बात क्या है ये राज़ क्या है
कोई हमें बता दे
दिल की नज़र से

क्यों बेखबर
यूँ खिंचीसी चली जा रही मैं
ये कौनसे बन्धनों में बंधी जा रही मैं
क्यों बेखबर
यूँ खिंचीसी चली जा रही मैं
ये कौनसे बन्धनों में बंधी जा रही मैं
कुछ खो रहा है कुछ मिल रहा है
ये बात क्या है ये राज़ क्या है
कोई हमें बता दे
दिल की नज़र से

हम खो चले
चाँद है या कोई जादूगर है
या मदभरी ये तुम्हारी नज़र का असर है
हम खो चले
चाँद है या कोई जादूगर है
या मदभरी ये तुम्हारी नज़र का असर है
सब कुछ हमारा अब है तुम्हारा
ये बात क्या है ये राज़ क्या है
कोई हमें बता दे
दिल की नज़र से

आ आ आ आकाश में
हो रहें हैं ये कैसे इशारे

क्या देखकर आज हैं इतने खुश चाँद तारे

आ आ आ आकाश में
हो रहें हैं ये कैसे इशारे

क्या देखकर आज हैं इतने खुश चाँद तारे

क्यों तुम पराये दिल में समाये
ये बात क्या है ये राज़ क्या है
कोई हमें बता दे

दिल की नज़र से नज़रों की दिल से(दिल की नज़र से नज़रों की दिल से)
ये बात क्या है ये राज़ क्या है(ये बात क्या है ये राज़ क्या है)
कोई हमें बता दे(कोई हमें बता दे)
दिल की नज़र से(दिल की नज़र से)

Written by:
SHAILENDRA, Shankar-Jaikishan

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Lata Mangeshkar and Mukesh

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