619 Music, Udit Narayan and Kavita Krishnamurthy - Do Sadiyon Ke Sangam [LoFi]
दो सदियों के संगम पर मिलने आए हैं
एक सादी की श्याम जहा
पर एक बड़ी का वही सवेरा
समय ना डाले कहीं भी डेरा
एक समय लेकिन
दो सदियां दो सदियां
एक समय लेकिन
दो सदियां दो सदियां
दो सदियों के बीच उठी
दो सदियों के बीच उठी
एहसास की एक दीवार
एहसास की एक दीवार
इस दीवार के पीछे जा के
इस दीवार के पीछे जा के
भेस बदला ये समय
भेस बदला ये समय
नीले रंग के दामन में है
कितने सुकुन भरे लम्हे हैं
नीले नीले रंग में
रूह के सारे गीत घुले हैं
सुरखी जैसे गरम लहूं हैं
छलक शराब है सुरखी
सुरखी ताज़ा ज़ख्म जैसे
खिलता गुलाब है सुरखी
हां जिस्म में बहती सारी
सुरखी रूह के सारे नीले नगमे
दो सदियों के संगम
पर मिलने आए हैं
दो सदियों के संगम
पर मिलने आए हैं
एक सदी की श्याम जहा
पर एक बड़ी का वही सवेरा
समय ना डाले कहीं भी डेरा
एक समय लेकिन
दो सदियां दो सदियां
एक समय लेकिन
दो सदियां दो सदियां
Written by:
Dr Bhupen Hazarika, Akhtar Javed
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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