Bhupen Hazarika - Duniya Parayee Log Yahan Begane
दुनिया पराई लोग यहा बेगानाए
दिल पर जो बीती वो दिल ही जाने
अपने देश में हम है परदेसी
कोई ना पहचाने
दुनिया पराई लोग यहा बेगाने
दिल पर जो बीती वो दिल ही जाने
कैसा घाम है क्या मजबूरी है
कैसा घाम है क्या मजबूरी है
पास है जो उनसे भी दूरी है
दिल यूँ तडपे जैसे
कोई गूंगा बोलना चाहे
लेकिन सब है अंजाने
अपने ही देश में हम है परदेसी
कोई ना पहचाने
दुनिया पराई लोग यहा बेगाने
दिल पर जो बीते वो दिल ही जाने
कोई बता दे हम क्यूँ ज़िंदा है
कोई बता दे हम क्यूँ ज़िंदा है
हम क्यू खुद से भी सरमिंदा
अपनी ही आँखो से गिरे है
बनके हम एक आसू
माने कोई या नही माने
अपने ही देश में हम है परदेसी
कोई ना पहचाने
दुनिया पराई लोग यहा बेगाने
दिल पर जो बीते वो दिल ही जाने
अपने ही देश में हम है परदेसी
कोई ना पहचाने
कोई तो जीने का बहाना हो
कोई तो जीने का बहाना हो
कोई वाडा हो जो निभाना हो
कोई सफ़र कोई तो रास्ता
कोई तो मंज़िल हो
सुंले आए दिल दीवाने
अपने देश में हम है परदेसी
कोई ना पहचाने
दुनिया पराई लोग यहा बेगाने
दिल पर जो बीते वो दिल ही जाने
सोचा है अब डोर चले जाए
सोचा है अब डोर चले जाए
अपने सपनो की दुनिया पाए
उस दुनिया में प्यार के फूल
और खुशियो के मोटी है
जो ना दिए इस दुनिया ने
अपने ही देश में हम है परदेसी
कोई ना पहचाने
दुनिया पराई लोग यहा बेगाने
दिल पर जो बीते वो दिल ही जाने
अपने ही देश में हम है परदेसी
कोई ना पहचाने
Written by:
JAVED AKHTAR, BHUPEN HAZARIKA
Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC
Lyrics powered by Lyric Find