Bhupen Hazarika - Gaja Gamini
ग़ज़ गामिनी प्रिया प्रिया
तू है मन मोहिनी चंचल सी कोमल सी
तू ही तो है गगन तू ही है धरती
तू ही तो है गगन तू ही है धरती
अंग अंग तेरे समाई सृष्टि
अंग अंग तेरे समाई सृष्टि
तू ही भोर तू ही यामिनी
ग़ज़ गामिनी
हम्म म्म म हम्म म्म म
हम्म म्म म हम्म म्म म
ग़ज़ा गामिनी
तू है मन मोहिनी
तू है मीरा सी दीवानी
तू है राधा की कहानी
तू है शक्ति की महिमा
तू है भक्ति की गरिमा
ये रूप तुम्हारे हज़ार रंगो वाले
ये रूप तुम्हारे हज़ार रंगो वाले
तू ऐसे रची है कई कामदेव हारे
तू ऐसे रची है कई कामदेव हारे
तू ही योग तू ही योगिनी
ग़ज़ा गामिनी प्रिया प्रिया
तू है मन मोहिनी चंचल सी कोमल सी
तू ही तो है गगन तू ही है धरती
तू ही तो है गगन तू ही है धरती
अंग अंग तेरे समाई सृष्टि
अंग अंग तेरे समाई सृष्टि
तू ही भोर तू ही यामिनी
ग़ज़ गामिनी ग़ज़ गामिनी ग़ज़ गामिनी
Written by:
Dr Bhupen Hazarika, Govind Maya
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find