Lata Mangeshkar - Ghadi Ghadi Mera Dil Dhadke

घड़ी घड़ी मोरा दिल धड़के
हाय धड़के क्यों धड़के
आज मिलन की बेला में
सर से चुनरिया क्यों सरके
घड़ी घड़ी मोरा दिल धड़के
हाय धड़के क्यों धड़के
आज मिलन की बेला में
सर से चुनरिया क्यों सरके
घड़ी घड़ी मोरा दिल धड़के

सारे उमर के बदले मैं ने
माँगी थी ये शाम रे
आज यहीं रह जाऊँगी मैं
उनकी बाहें थाम के
उनकी बाहें थाम के

प्यार मिला आँचल भर के
हाय धड़के क्यों धड़के
आज मिलन की बेला में
सर से चुनरिया क्यों सरके
घड़ी घड़ी मोरा दिल धड़के
हाय धड़के क्यों धड़के
आज मिलन की बेला में
सर से चुनरिया क्यों सरके
घड़ी घड़ी मोरा दिल धड़के

आज पपीहे तू चुप रहना
मैं भी हूँ चुप चाप रे
दिल की बात समझ लेंगे
साँवरिया अपने आप रे
साँवरिया अपने आप
देख ज़रा धीरज धर के
दिल धड़के क्यों धड़के
आज मिलन की बेला में
सर से चुनरिया क्यों सरके
घड़ी घड़ी मोरा दिल धड़के
हाय धड़के क्यों धड़के
आज मिलन की बेला में
सर से चुनरिया क्यों सरके
घड़ी घड़ी मोरा दिल धड़के

Written by:
SALIL CHOUDHURY, SHAILENDRA

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Lata Mangeshkar

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