Pankaj Udhas - Ghungroo Toot Gaye
मोहे आई ना जग से लाज
मैं इतना ज़ोर से नाची आज
कि घुंघरू टूट गए
मोहे आई ना जग से लाज
मैं इतना ज़ोर से नाची आज
कि घुंघरू टूट गए
कि घुंघरू टूट गए
कि घुंघरू टूट गए
कि घुंघरू टूट गए
कुछ मुझपे नया जोबन भी था
कुछ प्यार का पागलपन भी था
एक पलक मेरी तीर बनी
एक जुल्फ मेरी ज़ंजीर बनी
लिया दिल साजन का जीत
लिया दिल साजन का जीत
वो छेड़े पायलिया ने गीत
कि घुँघरू टूट गए
कि घुँघरू टूट गए
कि घुँघरू टूट गए
कि घुँघरू टूट गए
मैं बसी थी जिसके सपनों में
वो गिनेगा अब मुझे अपनों में
कहती है मेरी हर अंगडाई
मैं पिया की नींद चुरा लायी
मैं बनके गई थी चोर
मैं बनके गई थी चोर
कि मेरी पायल थी कमज़ोर
कि घुँघरू टूट गए
कि घुँघरू टूट गए
कि घुँघरू टूट गए
कि घुँघरू टूट गए
धरती पे ना मेरे पैर लगे
बिन पिया मुझे सब गैर लगे
मुझे अंग मिले अरमानों के
मुझे पंख मिले परवानों के
जब मिला पिया का गाँव
जब मिला पिया का गाँव
तो ऐसा लचका मेरा पांव
कि घुँघरू टूट गए
कि घुँघरू टूट गए
कि घुँघरू टूट गए
कि घुँघरू टूट गए
मोहे आई ना जग से लाज
मैं इतना ज़ोर से नाची आज
कि घुंघरू टूट गए
कि घुंघरू टूट गए
कि घुंघरू टूट गए
कि घुंघरू टूट गए
Written by:
QATEEL SHIFAI, PANKAJ UDHAS
Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group
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