Asha Bhosle - Hairaton Ke Silsile Soz-E-Nehan Tak Aa Gaye

हैरतों के सिलसिले
सोज़-ए-निहा तक आ गये
हैरतों के सिलसिले
सोज़-ए-निहा तक आ गये
हम तो दिल तक चाहते थे
तुम तो जाँ तक आ गये
हैरतों के सिलसिले
सोज़-ए-निहा तक आ गये

ज़ुल्फ़ में ख़ुश्बू न थी
या रंग आरिज़ में न था
ज़ुल्फ़ में ख़ुश्बू न थी
या रंग आरिज़ में न था
आप किस की जुस्तजू में
गुलसिताँ तक आ गये
हैरतों के सिलसिले
सोज़-ए-निहा तक आ गये

ख़ुद तुम्हें चाक-ए-गरेबाँ का
शऊर आ जायेगा
ख़ुद तुम्हें चाक-ए-गरेबाँ का
शऊर आ जायेगा
तुम वहाँ तक आ तो जाओ
हम जहाँ तक आ गये
हैरतों के सिलसिले
सोज़-ए-निहा तक आ गये

उनकी पलकों पे सितारे
अपने होंठों पे हँसी
उनकी पलकों पे सितारे
अपने होंठों पे हँसी
क़िस्सा-ए-ग़म कहते कहते
हम यहाँ तक आ गये
हम तो दिल तक चाहते थे
तुम तो जा तक आ गये
हैरतों के सिलसिले
सोज़-ए-निहा तक आ गये

Written by:
AHMAD NADEEM QASMI, GHULAM ALI

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Asha Bhosle

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