Mukesh - Hum Tujhse Mohabbat Kar
हम तुझसे मुहब्बत कर के सनम
हम तुझसे मुहब्बत कर के सनम
रोते भी रहे, हँसते भी रहे
रोते भी रहे, हँसते भी रहे
खुश होके सहे उलफत के सितम
खुश होके सहे उलफत के सितम
रोते भी रहे, हँसते भी रहे
रोते भी रहे, हँसते भी रहे
है दिल की लगी क्या तुझको खबर
इक दर्द उठा थर्रायी नज़र
है दिल की लगी क्या तुझको खबर
इक दर्द उठा थर्रायी नज़र
थर्रायी नज़र
खामोश थे हम खामोश थे हम इस ग़म की क़सम
रोते भी रहे, हँसते भी रहे
रोते भी रहे, हँसते भी रहे
ये दिल जो जला इक आग लगी ई ई
आँसू जो बहे बरसात हुई
ये दिल जो जला इक आग लगी
आँसू जो बहे बरसात हुई
बरसात हुई
बादल की तरह बादल की तरह आवारा थे हम
रोते भी रहे, हँसते भी रहे
रोते भी रहे, हँसते भी रहे
हम तुझसे मुहब्बत कर के सनम
हम तुझसे मुहब्बत कर के सनम
रोते भी रहे, हँसते भी रहे
रोते भी रहे, हँसते भी रहे
Written by:
Hasrat Jaipuri
Publisher:
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